गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी (Chief Minister Vijay Rupani) ने आज शनिवार 11 सितंबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी नेता ने राजभवन में अपना इस्तीफा सौंप दिया है। शीर्ष पद से अचानक हटने के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए रूपाणी ने कहा कि उनका इस्तीफा सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को बराबर का मौका देने के भारतीय जनता पार्टी के सिद्धांत के अनुसार है। जानकारी मुताबिक, विजय रूपाणी के इस्तीफे के बाद गुजरात के विधायक नए मुख्यमंत्री के चयन के लिए मंगलवार को बैठक करेंगे।
रूपाणी ने कहा, “पार्टी मुझे जो भी भूमिका देगी, मैं उसमें सेवा करने के लिए तैयार हूं।” उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के लिए प्रतिबद्ध हैं। ये पूछे जाने पर कि अगले साल भारतीय जनता पार्टी (BJP) किसके नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ेगी? रूपाणी ने कहा कि पार्टी PM मोदी के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर ही चलेगी।
सूत्रों ने News18 को बताया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष वर्तमान में गुजरात में विधायकों से मिल रहे हैं।
वहीं रूपाणी के इस्तीफे पर विपक्ष ने भी सवाल उठाए। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने दावा किया कि इससे पता लगता है कि BJP को अपने मुख्यमंत्री में ही विश्वास नहीं है।
पटेल ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा, “अगर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ये दावा कर रही है कि उनकी सरकार ने पिछले चार सालों में अच्छा प्रदर्शन किया है, तो नेतृत्व में रातोंरात बदलाव की क्या जरूरत थी?”
वहीं रूपाणी और साथ ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अब तक ये खुलासा नहीं किया है कि अब राज्य का नया मुख्यमंत्री कौन होगा। पूर्णकालिक मुख्यमंत्री की नियुक्ति तक, डिप्टी सीएम नितिन पटेल सरकार का नेतृत्व करेंगे।
बता दें कि 65 साल के रूपानी को अगस्त 2016 में मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था, जब तत्कालीन सीएम आनंदीबेन पटेल ने उनकी उम्र 75 को पार करने का हवाला देते हुए पद छोड़ने का फैसला किया था। रूपाणी के मुख्यमंत्री रहते हुए ही, पाटीदार आरक्षण विवाद पर आंदोलन के बावजूद, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 2017 के विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की थी।
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