लखनऊ में महिला CJM से कोर्ट में अभद्रता व टिप्पणी करने के मामले में 4 साल से फरार 4 वकीलों पर पुलिस ने 25 -25 हज़ार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। DCP ने यह इनाम 2017 में दर्ज हुए केस में घोषित किया है। अगर चारो आरोपी वकील कोर्ट में नहीं आते हैं तो उनकी संपत्ति भी ज़ब्त कि जाएगी।
2017 में दीवानी कचहरी में महिला CJM तैनात थी। उनके कोर्ट में किसी मामले कि सुनवाई के बीच वकीलों ने हंगामा शुरू कर दिया। कुछ वकीलों ने उनके साथ अभद्रता की और गलत शब्दों का प्रयोग भी किया। इस पर महिला CJM ने वज़ीरगंज थाने में मुक़दमा दर्ज कराया।
कुछ वकीलों की तुरंत गिरफ़्तारी कर ली गई थी। और कुछ वकीलों ने अपनी जमानत भी करवाली थी लेकिन चार वकील अभिषेक शुक्ला, राजकुमार शर्मा, सौरभ प्रताप सिंह, शरद यादव ने न तो जमानत करवाई और न ही कोर्ट में आए। पुलिस ने इन आरोपी को कई बार नोटिस भेजा और कई बार दबिश दी लेकिन कोई अरेस्ट नहीं हुआ।
पश्चिमी Dy Commissioner of Police के अनुसार सभी फरार आरोपी वकीलों पर 25 -25 हज़ार रुपये का इनाम घोषित किया है। कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इन आरोपियों की संपत्ति भी ज़ब्त करने के लिए कोर्ट से अनुमति लेने के लिए आवेदन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि हाइकोर्ट ने इस मामले का संज्ञान लेकर पुलिस आयुक्त से हलफनामा दाखिल करने के लिए कहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए लखनऊ पुलिस ने दो अधिवक्ताओं को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि अन्य की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि कोर्ट से अनुमति लेकर आरोपितों की संपत्ति भी कुर्क की जाएगी।
हाईकोर्ट की सख्ती के बाद अब फरार चल रहे अधिवक्ताओं को पकड़ने के लिए लखनऊ पुलिस पर दबाव बढ़ गया है। इसलिए इन पर इनाम की घोषणा की गई है। अगर तब भी यह नहीं मिलते हैं तो इनके घरों पर पुलिस कुर्की करने की तैयारी में है।