कोर्ट रीडर पर मुकदमा दर्ज किया गया गिरफ्तार, निष्पक्ष जांच की मांग, अन्यथा वकील समुदाय करेगा आंदोलन
राजस्थान के जयपुर अतिरिक्त संभागीय आयुक्त न्यायालय में कोर्ट रीडर मुकेश कुमार ने अतिरिक्त संभागीय आयुक्त के फर्जी हस्ताक्षर करके जाली कागजात बनाकर जजमेंट सुना दिए. अभी तक जो सामने आया उसमे करीब 6 राजस्व मामलों में कोर्ट रीडर मुकेश कुमार ने अतिरिक्त संभागीय आयुक्त के फर्जी साइन कर फैसले सुनाये और उन फैसलों की नीचे पालना भी होती रही.
इस मामले का खुलासा होने पर जयपुर संभागीय आयुक्त दिनेश कुमार यादव ने कोर्ट रीडर मुकेश कुमार को निलंबित कर दिया है. साथ हीं, अभी तक कोई निर्णय की पत्रावलियों की जांच के लिए एक कमेटी का भी गठन कर दिया है.
वहीं, इस मामले में बानी पार्क थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है. डिस्ट्रिक्ट एडवोकेट बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने बताया कि राजधानी जयपुर के मिनी सचिवालय स्थित न्यायालय अतिरिक्त सभागीय आयुक्त जयपुर के कोर्ट रीडर मुकेश कुमार ने अदालत में विचारधीन एडवोकेट सीताराम कुमावत साम्भर लेक (जयपुर कलेक्ट्रेट) की प्रस्तुत पत्रावली ग्राम धींगपुर दांतारामगढ़ की अपील संख्या 11//21 कमला देवी बनाम तहसीलदार दांतारामगढ़ की रास्ते बाबत अपील में मौका रिपोर्ट तलबी की स्टेज पर चल रहे प्रकरण में तारीख पेशी में कांट छांट कर फर्जी अंतिम निर्णय तैयार कर प्रमाणीत नकल जारी कर जालसाजी की.
मुकदमा में मौका रिपोर्ट तलब होनी थी, जिसके लिए 24 जनवरी 2022 से 28 फरवरी 2022 की डेट दी गईं. जो GCMS पोर्टल पर भी दर्शित है. कॉज़ लिस्ट और कोर्ट ऑर्डर शीट में 28 को काट कर 08 कर दिया और 08 फरवरी की डेट में बिना बहस की डेट मुकर्रर हुए बिना ही और एडवोकेट सीताराम कुमावत की बिना उपस्थिति, बिना बहस के फर्जी अंतिम निर्णय टाइप कर अतिरिक्त संभागीय आयुक्त के हस्ताक्षर और न्यायालय की मुद्रा से प्रमाणित प्रतिलिपि बनाकर विपक्षी पार्टी को दे दी.
डिस्ट्रिक्ट एडवोकेट बार एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने अतिरिक्त संभागीय आयुक्त से मिलकर के इस फर्जीवाड़े के मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है अन्यथा वकील समुदाय आंदोलन करेगा.