‘न्याय को हमेशा काले गाउन और विस्तृत तर्कों की आवश्यकता नहीं होती, भविष्य मध्यस्थता का है’: जस्टिस रमना

‘न्याय को हमेशा काले गाउन और विस्तृत तर्कों की आवश्यकता नहीं होती, भविष्य मध्यस्थता का है’: जस्टिस रमना

भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय आभासी मध्यस्थता ग्रीष्मकालीन स्कूल, 2021 के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया।

अपने भाषण में उन्होंने विवाद समाधान में मध्यस्थता की भूमिका पर अपने विचार व्यक्त किए।

मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने सशक्तिकरण और समाज में बदलाव लाने के एक उपकरण के रूप में शिक्षा के महत्व पर जोर दिया।

सुप्रीम कोर्ट के निवारण-मिडिएडर्स द्वारा आयोजित कार्यक्रम में त्रिनिदाद और टोबैगो और ब्रेन स्पीयर्स की अपील न्यायालय के जज और कॉमनवेल्‍थ लॉयर्स एसोसिएशन के वर्तमान अध्यक्ष ज‌स्टिस ऑफ अपील वेशिस्ट वी कोकराम भी मौजूद थे।

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