मुक्तसर साहिब में वकीलों ने 26 सितंबर मगलवार हड़ताल करने का ऐलान किया था, क्योंकि मुक्तसर के वकील वीरेंद्र सिंह संधू और उनके साथी शलिंदर सिंह नीटा को थर्ड डिग्री टॉर्चर करने के मामले में पुलिस शिकायत दर्ज करने में आना-कानी कर रही थी।
पंजाब एंड हरियाणा बार काउंसिल ने अनिश्चिचत कॉलीन हड़ताल का आह्वान किया है।
पंजाब के मुक्तसर साहिब में पुलिस द्वारा वकील के साथ मारपीट के विरोध में मंगलवार को जिला बार में वकीलों ने अनिश्चितकालीन वर्क सस्पेंड कर दिया। इस हड़ताल का पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल ने आह्वान किया।
जिला बार के प्रधान लोकेंद्र फौगाट उर्फ जोजो ने बताया कि पंजाब के मुक्तसर साहिब जिला बार के वकील के साथ पुलिस ने पहले तो मारपीट व अमानवीय व्यवहार किया। इसके बाद उसी के खिलाफ केस दर्ज कर दिया।
मीडिया सूत्रों के मुक्तसर के वकील वीरेंद्र सिंह संधू और उनके साथी शलिंदर सिंह नीटा को थर्ड डिग्री टॉर्चर करने के मामले मे मुक्तसर के एसपी (डी) रमनदीप सिंह भुल्लर, मुक्तसर के थाना सदर में सीआईए स्टाफ के प्रभारी रमन कुमार कंबोज पर केस दर्ज किया गया है. देर रात कंबोज समेत पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 377, 342, 323, 149 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गयाI
बताया गया कि जब तक पूरी घटना की जांच पंजाब से बाहर हरियाणा या चंडीगढ़ की एजेंसी को नहीं सौंपी जाएगी, अधिवक्ता के विरुद्ध दर्ज एफआईआर रद्द नहीं की जाती, अधिवक्ता को अमानवीय यातना देने वाले आरोपी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर उनको गिरफ्तार नहीं किया जाता और एसएसपी को निलंबित नहीं किया जाता, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई अधिवक्ता किसी भी अदालत में उपस्थित होता है, तो उस पर 11 हजार रुपये जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा यदि कोई प्रशिक्षु या क्लर्क किसी वकील की पोशाक के समान पोशाक में उपस्थित होता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। हालांकि सभी वकील बार के फैसले के साथ हैं।