पुलिस ने आरोपी वरिष्ठ अधिवक्ता के.एस.एन. राजेश भट की पत्नी और एक शख्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है।
पीड़िता ने 18 अक्टूबर को आरोपी वरिष्ठ अधिवक्ता भट के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी की पत्नी और अच्युत भट नामक एक अन्य व्यक्ति कथित तौर पर वकील के साथ सहयोग कर रहे थे और उसे पुलिस से बचने में मदद कर रहे थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया और उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।
इससे पहले कर्नाटक हाईकोर्ट ने आरोपी के.एस.एन. राजेश पर मेंगलुरु में अपने कार्यालय में एक कानून स्नातक का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। पुलिस आयुक्त मंगलुरु, एन. शशिकुमार ने कहा कि पुलिस ने अदालत को आश्वस्त किया है कि आरोपी वकील को जमानत क्यों नहीं मिलनी चाहिए। कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी के आदेश भी जारी किए।
पुलिस अब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई है और उसे दूसरे देश में भागने से रोकने के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया है। उसके सभी बैंक खाते फ्रीज All Bank Account Freezes कर दिए गए हैं। पुलिस विभाग ने इस मामले में ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में एक महिला सब-इंस्पेक्टर सहित दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
पीड़िता ने पुलिस से सवाल किया था कि इतने दिनों तक आरोपी को गिरफ्तार क्यों नहीं कर पाई। आरोपी अधिवक्ता के.एस.एन. राजेश भट को अगले आदेश तक कर्नाटक राज्य बार काउंसिल की सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था और उन पर प्राथमिकी के बाद अदालतों में अभ्यास नहीं करने का निर्देश दिया गया था।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के अधिकारियों ने आरोपी अधिवक्ता को तीसरे अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय में एसीबी के विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी)जारी नहीं रखने का निर्देश दिया था।