7 आईपीएस भी नहीं ढूढ़ सके गुमशुदा लड़की को, हाई कोर्ट सख्त, कहा-1 माह में नहीं खोजा तो वापस लेंगे प्रमोशन और मेडल-

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झारखंड उच्च न्यायलय Jharkhand High Court ने गिरिडीह पुलिस अधीक्षक Superintendent of Police और झारखण्ड राज्य की पुलिस को जमकर फटकार लगाई है. दरअसल जिले के सरिया थाना क्षेत्र के कासियाडीह में 11 साल से एक गुम हुई लड़की को खोजने के लिए उसके पिता ने झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. इस मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस राजेश शंकर की कोर्ट ने गिरिडीह एसपी को जमकर फटकार लगाई और साथ ही साथ झारखंड पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया.

कोर्ट ने कहा कि इस घटना को 11 साल बीत गए. जिले में कितने ही एसपी आए और गए लेकिन अभी तक इस मामले को सुलझा नहीं पाए.

इसी दौरान लड़की की मां की भी हत्या हो गई जिन्होंने झारखंड उच्च न्यायलय में अपनी बेटी को खोजने के लिए याचिका दायर की है. कोर्ट ने इस मामले में पुलिस अधीक्षक को एक माह का समय दिया है और कहा कि गिरिडीह पुलिस लड़की को खोज कर लाए, जिंदा है या मृत और इस कार्रवाई की जानकारी भी हाई कोर्ट को उपलब्ध कराए.

हाई कोर्ट ने कड़े लहजे में कहा कि अगर एक महीने में लड़की को नहीं खोज पाए तो 11 साल में गिरिडीह जिले में जितने भी आईपीएस ऑफिसर आए और गए हैं, उनको मिले अवार्ड और प्रमोशन वापस ले लिये जाएंगे.

क्या है मामला-

मामला जिले के कासियाडीह सरिया थाना क्षेत्र का है, साल 2010 में लड़की सत्संग में जाने की बात कही थी तभी वो चिचाकी रेलवे स्टेशन के पास से गायब हो गई थी. उसके पिता मानसिक रूप से अस्वस्थ थे. इस कारण मां टेकनी देवी ने थाना में आवेदन देकर देवर सुनील पंडित समेत छह लोगों को नामजद आरोपी बनाया था. उसके बाद उसके इस मामले में जेल भी भेजा गया था. जेल से आने के बाद दोनों पक्षों में सुलह भी हुआ था. उसके बाद टेकनी देवी अपने मायके नगर केसवारी में रहने लगी थी. इस बीच साल 2018 में विष्णुगढ़ ऑटो से जा रही थी इस दौरान उसकी लाश मिली. टेकनी देवी के भाई लोदी पंडित ने सुनील पंडित व अन्य पर बहन की हत्या का मामला दर्ज कराया था.

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जानकारी हो कि पिछले 11 साल में गिरिडीह में 7 आईपीएस 7 IPS Officers ने एसपी के पद पर अपनी सेवाएं दी हैं, जिनमें से 2009 से 2010 से आर के धान, वर्ष 2010 से 2013 तक एवी होमकर, वर्ष 2013 से 2015 तक क्रांति कुमार गरदेशी, वर्ष 2015 से 2016 तक कुलदीप द्विवेदी, वर्ष 2016 से 2017 तक अखिलेश बी वरियर वर्ष 2017 से 2020 तक सुरेंदर झा रहे हैं. वर्ष 2020 से अभी तक अमित रेनू यहां के पुलिस अधीक्षक Superintendent of Police के पद पर कार्यरत हैं.

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