कोरोना के बीच देश में साइबर सुरक्षा एक नई चुनौती बनकर उभरा है। नेशनल साइबर सिक्युरिटी को-ऑर्डिनेटर लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) राजेश पंत का कहना है मौजूदा वातावरण में देश में साइबर अटैक कई गुना बढ़ गए हैं। देश की साइबर सिक्युरिटी के मुखिया का कहना है कि देश में रोजाना 4 लाख मैलवेयर और 375 साइबर अटैक की पहचान की जाती है।
उन्होंने कहा कि सभी लोगों को हाल के सिटी यूनियन बैंक के फ्रॉड के बारे में पढ़ना चाहिए। यहां एक यूजर ने क्लिक के जरिए कोर बैंकिंग सिस्टम में एंट्री ली। उसी समय उसकी बांग्लादेश बैंक और कॉसमॉस बैंक के सिस्टम में भी एंट्री हो गई। 11 दिन में 13 लाख करोड़ रुपए बढ़ा मार्केट कैप, दिग्गज कंपनियों में कोई बढ़त नहीं WHO की सलाह, कोरोना को हराने का सबसे अच्छा तरीका अर्थव्यवस्था को फिर से खोला जाए BPCL की 52.98% हिस्सेदारी के लिए 3-4 कंपनियों ने लगाई बोलीअक्टूबर में घरेलू नेचुरल गैस उत्पादन में 8.6% की गिरावट, पहली छमाही में 12.9% की कमी पर्सनल साइबर सुरक्षा बढ़ाएं यूजर साइबर सिक्युरिटी चीफ ने कहा कि यह कमजोरियां लगातार जारी रहेंगी। पर्सनल सुरक्षा बढ़ाना और जरूरी तकनीकी कदम उठाना ही इस समस्या समस्या का एकमात्र समाधान है।
HDFC बैंक के चीफ रिस्क ऑफिसर जिमी का कहना है कि हमें हर समय सावधान रहने की जरूरत है।
तीन चुनौतियों का सामना कर रहा है देश HDFC बैंक की ओर से आयोजित एक इवेंट में बोलते हुए पंत ने कहा कि आप हमेशा दो ‘C’ (Challenge) की बात करते हैं। इसमें एक चुनौती कोरोना और दूसरी चुनौती साइबर है। चीन का नाम लिए बगैर पंत ने कहा कि वास्तव में हम जहां पर हैं, वहां 3 ‘C’ हैं। तीसरे ‘C’ का संबंध नॉर्दर्न बॉर्डर से है जहां से हमें तीसरी चुनौती मिल रही है। क्लिक के जरिए फंसाने वालों से सावधानी बरतें पंत ने कहा कि वॉयस कॉल के जरिए फंसाने वालों के साथ लोगों को क्लिक के जरिए फंसाने वालों से भी सावधानी बरतनी चाहिए। क्लिक के जरिए फंसाने वाले इंटरनेट यूजर की जानकारी चुरा लेते हैं। सिर्फ लिंक पर क्लिक करने की बीमारी एक अन्य कारण है जहां पर मैलवेयर भेजे जाते हैं।