पिछले तीन दिनों से बांदा जेल का नजारा ही बदला-बदला सा नजर आ रहा है। जेल के अंदर स्थित 16 बैरकों और उनके अहाते पिछले तीन दिनों से खामोशी और सन्नाटे में हैं। जेल के अहाते तो सुनसान पड़े ही हैं, इनमें बंदियों की चहलकदमी भी नदारद है। बांदा जेल की दुनिया में यह बदलाव बुधवार को सुबह से आया। इसी दिन बाहुबली विधायक और गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की पंजाब के रोपड़ जेल से यहां पर एंट्री हुई थी।
गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के लिए पूरे जेल की जैसे काया ही पलट हो गई है। यहां बंद एक हजार से ज्यादा बंदियों की दिनचर्या भी इसके साथ बदल गई है। सुबह से देर शाम तक अहातों और गैलरियों में उनका घूमना-फिरना फिलहाल बंद है। जेल के सुरक्षा कर्मी (वार्डर) भी ड्यूटी में मौज-मस्ती से महरूम हो गए हैं।