जनसंख्या विस्फोट भारत में 50 फीसद से अधिक समस्याओं का मूल कारण, सरकार से नियंत्रित करने का निर्देश-

Estimated read time 1 min read

जनसंख्या विस्फोट को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी नियम, कानून और दिशा-निर्देश तैयार करने के लिए केंद्र को निर्देश देने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है।

भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के पोते फिरोज बख्त अहमद द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि जनसंख्या विस्फोट भारत में 50 फीसद से अधिक समस्याओं का मूल कारण है।

जनहित याचिका में केंद्र को सरकारी नौकरियों, सहायता और सब्सिडी, मतदान का अधिकार, चुनाव लड़ने का अधिकार, संपत्ति का अधिकार, मुफ्त आश्रय का अधिकार आदि के मानदंड के रूप में ‘दो-बच्चों के कानून’ बनाने की व्यवहार्यता का पता लगाने के लिए निर्देश देने की मांग की गई थी।

याचिका में कहा गया है कि सरकार को हर महीने के पहले रविवार को पोलियो दिवस के स्थान पर स्वास्थ्य दिवस के रूप में घोषित करना चाहिए ताकि जनसंख्या विस्फोट के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके और ईडब्ल्यूएस और बीपीएल परिवारों को पोलियो के टीके के साथ गर्भनिरोधक गोली, कंडोम, टीके आदि उपलब्ध कराए जा सकें।

कहा गया कि वैकल्पिक राहत के रूप में याचिकाकर्ता ने भारत के विधि आयोग को तीन महीने के भीतर जनसंख्या विस्फोट पर एक व्यापक रिपोर्ट तैयार करने और इसे नियंत्रित करने के तरीके सुझाने के निर्देश देने की मांग की है।

ALSO READ -  देश में धार्मिक कट्टरता, लालच और भय के लिए कोई जगह नहींः इलाहाबाद उच्च न्यायलय ने महिला को गैर कानूनी रूप से इस्लाम में परिवर्तित करने के आरोपी को जमानत देने से इनकार किया

You May Also Like