पटना: सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे (CJI Sharad Arvind Bobde) ने शनिवार को पटना हाईकोर्ट के नवनिर्मित शताब्दी भवन का उद्घाटन (Inauguration Centenary Building Patna High Court) किया।
बिहार CM नीतीश कुमार ने इस अवसर पर कहा कि मुझे खुशी है कि आज पटना उच्च न्यायालय के ‘शताब्दी भवन’ का उद्घाटन हो रहा है। इसमें न्यायालय कक्षों की संख्या 43, न्यायाधीशों के कक्षों की संख्या 57, उच्च न्यायालय की बैठकों के लिए 6 कमेटी रूम, 90 लोगों के बैठने के लिए एक कॉन्फ्रेंस रूम का निर्माण किया गया है।
कानून का राज स्थापित करना है तो यह सरकार की अकेले की जिम्मेवारी नहीं,न्यायपालिका को लेनी पड़ेगी जिम्मेदारी–
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम तो इतना ही कहेंगे कि कानून का राज स्थापित करना है तो यह सरकार की अकेले की जिम्मेवारी नहीं है। सरकार का जो मौलिक काम है वो तो करता ही है और करेगा ही लेकिन जब न्याय का प्रश्न है तो इसके लिए जिम्मेवारी न्यायपालिका की है। यहां से जब कुछ होता है तभी इन सभी चीजों पर नियंत्रण होता है।
नई बिल्डिंग 116 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुई है। उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केन्द्रीय विधि और न्याय एवं आईटी मंत्री रवि शंकर प्रसाद के अलावा सुप्रीम कोर्ट के जज न्यायमूर्ति नवीन सिन्हा, न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी तथा न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता भी मौजूद रहें। समारोह में पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय करोल तथा हाईकोर्ट के सभी जज मुख्य रूप उपस्थित रहें। कार्यक्रम में झारखण्ड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डॉ. रवि रंजन, बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन सीनियर एडवोकेट मनन कुमार मिश्रा भी शामिल रहे।