उत्तराखंड में आज जो प्राकृतिक आपदा का कहर हुआ है बेहद दुखद और दर्दनाक है जिसके लिए कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति ने आज उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करने के लिए ग्लेशियर फटने के कारण बैठक की।
कैबिनेट सचिव ने संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे निकट समन्वय में काम करें और राज्य प्रशासन को सभी अपेक्षित सहायता प्रदान करें। उन्होंने सभी लापता व्यक्तियों के लिए खाते की आवश्यकता पर जोर दिया और यह सुनिश्चित किया कि सुरंग में फंसे लोगों को जल्द से जल्द बचाया जाए।
एसएस देसवाल, डीजी, आईटीबीपी ने कहा यह आशंका कि साइट पर लगभग 100-150 कार्यकर्ता थे। जिनमें से 9-10 शव नदी से बरामद किए गए हैं। सर्च ऑपरेशन चल रहा है। 250 आईटीबीपी के जवान मौजूद हैं, भारतीय सेना की टीम जल्द पहुंचने वाली है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “उत्तराखंड में दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पर लगातार नजर रख रहा हूं। भारत उत्तराखंड के साथ खड़ा है और देश वहां सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता है। लगातार वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर रहा है और एनडीआरएफ की तैनाती, बचाव कार्य और राहत के बारे में अपडेट प्राप्त कर रहा है।