नयी दिल्ली: केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि किसानों को ‘गुमराह और भ्रमित’ करने और उनके प्रदर्शन का फायदा उठाने की कोशिश की जा रही है। मामले पर विदशों से आ रहे बयान अनुचित और अकारण हैं क्योंकि भारत ने कभी किसी अन्य देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं किया है। इस तरह की राजनीति देश हित में नहीं है। लोकतंत्र में, सरकार बातचीत को तैयार है। हम उनकी वास्तविक मांगों को स्वीकार करने को तैयार हैं। उन्हें आगे आकर बातचीत करनी चाहिए।
उन्होंने किसान संगठनों से सरकार से सार्थक बातचीत कर गतिरोध समाप्त करने की भी अपील की।गडकरी ने कहा कि समस्या के समाधान के लिए संवाद एक जरिया है। जहां संवाद नहीं होता, वहां समस्याएं और गलतफहमियां होती हैं। उन्हें यह बात समझ नहीं आ रही कि नक्सलियों का समर्थन करने वाले लोगों की तस्वीरें, जिनका किसानों से कोई नाता नहीं है, वे किसान प्रदर्शन के दौरान क्यों नजर आ रही हैं। किसानों को ऐसे तत्वों के प्रयास विफल करने चाहिए और सरकार के साथ तीनों कृषि कानूनों पर बातचीत करनी चाहिए। कृषि कानूनों के कॉरपोरेट और उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के आरोपों को खारिज करते हुए गडकरी ने कहा कि ये केवल किसानों के फायदे के लिए हैं और बेहद सोच-विचार कर बनाए गए हैं। वे लोग जो केवल मंडी में सामान बेचने की बात कर रहे हैं। वे असल में वे लोग हैं, जो किसानों के साथ अन्याय कर रहे हैं