कोरोना काल के चलते आने वाले बोर्ड परीक्षाओं को लेकर बड़ी समस्या सामने आ रही है। देशभर में कोरोना संक्रमण की तेज़ रफ़्तार के कारण ऐसा हो रहा है। जहां एक ओर विद्यार्थी समूह परीक्षाओं का आयोजन करने और परीक्षाएं रद्द करने को लेकर देश की शीर्ष अदालत में पहुंच चुके हैं तो वहीं दूसरी ओर देशभर में अब बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की मांग अब पुरज़ोर पर नज़र आ रही है। इसे लेकर राजनीतिक, सामाजिक और फिल्मी हस्तियां भी सक्रिय हो गईं हैं।
बता दें कि बीते एक दिन में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड 1.50 लाख से अधिक नए मामले सामने आए हैं, जिससे देश में सक्रिय मरीजों की संख्या 11 लाख के पार पहुंच गई है। ऊपरी तौर पर देखने में लगता है कि परीक्षाओं के आयोजन का मामला राजनीतिक रंग ले रहा है। लेकिन इन सबके बीच, विश्लेषकों को मानना है कि जिस रफ्तार से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, इस बात को लेकर सभी पैरेंट्स भी परेशां है और लाज़मी भी है।
महामारी के चपेट में आने की चिंता होना पैरेंट्स की सही चिंता है। इस स्थिति को लेकर बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की मांग लगातार तेज हो रही है। सिर्फ यूपी में नहीं बल्कि तमिलनाडु में भी बोर्ड परीक्षाओं को ऑफलाइन करने का विरोध किया गया है। और इसे रद्द करने की मांग हुई है।